Sesame Seeds in Hindi | तिल सेवन के अद्भूत फायदे आप सदा रहेंगे रोगमुक्त

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Sesame Seeds in Hindi: Sesame Seeds को हिंदी में ‘तिल या मीठा तेल कहते है | Sesame Seed का हिंदी भाषा में सीधा भाषांतरण ‘तिल के बीज‘ होता है| 

तिल को अलग-अलग भारतीय भाषाओंमे अनेक नामों से जाना जाता है | 

English (इंग्रजी)
Gingelly Sesame
लैटिन (Latin)
Sesamum Indicum
हिंदी (Hindi)
तिल, मीठा तेल
Sanskrut (संस्कृत)
तिल, पवित्रा, तिलतैला
मराठी (Marathi)
तिल, गोडा तेल
तमिल (Tamil)
एल्लू, तिलम, कट्टु एल्लू
गुजराती (Gujarati)
तिल, मीठु तेल

Sesame Seeds in Hindi

Sesame Seeds को भारत में आमतौर पर ‘तिल‘ नाम से ही जाना जाता है |

तिल की प्रकृति वास्तव में थोड़ी उष्ण मतलब गरम होती है, इसलिए इसके उष्ण प्रकृति को ध्यान में रखते हुए इसे सर्दियों के मौसम में खाया जाता है |

‘तिल’ का Botanical name (वानस्पतिक नाम) Sesamum Indicum (सिसमम इंडिकम) है और यह वनस्पती Pedaliaceae (पेडालियासी) परिवार से है | 

‘तिल’ यह साल भर उगाई जाने वाली एक छोटी अवधि की फसल है | इस पौधे के बीजों से खाद्य तेल निकलता है | 

Sesame Seeds in Hindi
Sesame Seeds in Hindi

तिल पौधे के बीज के तिन प्रकार (रंगो) के होते है |

  1. काला तिल
  2. सफ़ेद तिल
  3. लाल तिल

हमारे देश में ज्यादा तर काला और सफ़ेद तिल ही उगाये जाते है | लाल तिल हमारे देश में आमतौर पर नहीं उगाया जाता है |

काला तिल सफ़ेद तिल के मुकाबले में ज्यादा औषधी माना गया  है |

जहाँ औषधी के रूप में सीधे आपको तिल का उपयोग करना हो वहा ‘काले तिल‘ का उपयोग करना चाहिए |

जहाँ तेल में रूप में तिल का उपयोंग करना हो वहा ‘काले और सफेद’ दोनों तिलों के तेल गुणकारी होते है | दोनों तिल तेल के रूप में समान फायदा पहुंचाते है |

तिल में मनुष्य के शरीर को स्वस्थ रखने के और शक्ति प्रदान करने वाले अगणीत गुण है जिसकी वजह से ‘तिल‘ को “अमरता का बीज” के रूप में जाना जाता है ।

काले तिल में सफ़ेद और लाल तिल के मुकाबले में ज्यादा औषधी गुण होते हैं | इसीलिए काले तिल को सफ़ेद और लाल तिलों के मुकाबले में श्रेष्ठतर माना जाता है |

Sesame Seeds in Hindi
Sesame Seeds in Hindi

काले तिल के चमत्कारी लाभ 

Black Seasme Seed यानी ‘काले तिल‘ के सेवन से मनुष्य शरीर को होने वाले लाभ कुछ इस प्रकार से है |


समस्या: जिनके दांत कमजोर है या दातों और मसूड़ों की जिनको समस्या है उनके लिए काले तिल का उपयोग बहुत ही गुणकारी साबित होता है|

उपाय: सुबह 10 ग्राम काला तिल ले लीजिये | इसमे से 2-4 ग्राम काले तिल मुंह में डालिए और आराम से  चबायें और अच्छा चबाने के बाद में इसे निगल जाए |  याद रखियें काले तिल को सुबह खाली पेट चबाना है |

फिर बाकी तिल को इसी मात्रा में चबाएं और निगल जाएँ | ऐसा करने से आपके मसूड़े स्वस्थ होंगे और दातं भी मजबूत होंगे |


समस्या: खांसी के लिए भी काले तिल बड़े गुणकारी साबित होते है |

उपाय: 2 ग्राम काले तिल में 2-3 तुलसी की पत्तियां व थोड़ी अदरक डालकर काढा बनाकर चाय के रूप में सेवन करने से

इससे खांसी, कफ, बलगम व् सुखी खांसी में आराम मिलेगा | काले तिल, तुलसी और अदरक के इस काढ़े को चाय की तरह उबालकर पीया जाता है |


समस्या: अशक्त व्यक्तीं की भूख ना लगने की समस्या में तिल भूख को बढ़ाने का काम करता है | 

उपाय: जिनको भूख कम लगती हो उनकी भूख बढ़ाने का काम भी तिल करता है | सर्दी के मौसम में तिल के लड्डू और उसके विविध व्यंजन शरीर की शक्ती बढाने का काम करता है |

तिल पौष्टिक और शक्ती देने वाला होता है, कमजोर लोगों को यह बल (शक्ती) देने का काम करता है |


समस्या: महिलाओं के मासिक धर्म की समस्या में गुणकारी तिल |

उपाय: जिन महिलाओं को मासिक धर्म में परेशानी होती है वे 5 ग्राम तिल को मोटा-मोटा कूटकर, उसका काढ़ा बनाकर सुबह शाम पिये | +

मासिक धर्म के 4-5 दिन पहले अगर इस काढ़े को वे पीना शुरू कर दे तो इससे मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द व अन्य परेशानियों में आराम मिलेगा |


समस्या: बहुमूत्र की शिकायत में

उपाय: जिनको भी बहुमूत्र की परेशानी है अगर वे 5 ग्राम गोखरू व् 5 ग्राम काले तिल का काढा बनाकर उसका सेवन करते है तो बार-बार पेशाब जाने की और बहुमूत्र की समस्या दूर होती है |

बहुमूत्र की परेशानी में इसके अलावा दुसरा भी उपाय है |

10 ग्राम काले तिल को थोडासा शुद्ध देसी घी डालकर भूनना होता है | इस भुने हुए तिल में गुड़ मिलाकर इसके लड्डू बना ले | रात को सोते समय एक लड्डू खाएं और उपरसे पानी या दूध पियें | इस उपाय से भी बार-बार पेशाब जाने की और बहुमूत्र की समस्या दूर होने में मदद होती है |


समस्या: अगर बच्चोंमे रात को बिस्तर गिला करने की समस्या हैं |

उपाय: बहुत से बच्चे रात को सोते वक्त अनजाने में बिस्तर में पेशाब कर देते है | इस परेशानी में आप काले तिल के लड्डू बच्चें को खिला सकते है या काले तिल की पाउडर का सेवन करना भी लाभदायक साबित होता है |

इसके साथ एक्यूप्रेशर (Accupressure) भी रामबाण उपाय  साबित होता है | छोटी उंगली और उसके बाजु वाली उंगली के सीरे पर सुबह और शाम में 50 बार दबाना है | 


समस्या: जोड़ों का दर्द व अर्थराइटिस की समस्या में काले तिल गुणकारी साबित होते है |  

उपाय: हल्दी, मेथी, सौंठ, काले तिल व अश्वगंधा को समान मात्रा में लेकर उसका पाउडर करें | इस पाउडर को 1-1 चम्मच सुबह शाम दूध या गरम पानी के साथ सेवन करे इससे जोड़ों का दर्द व् अर्थराइटिस में लाभ होता है |

तिल के तेल में अगर सौंठ मिला दी जाये तो ऐसा तेल भी दर्द के लिए लाभकारी होता है |

दर्द, पीड़ा, आर्थराइटिस और सुजन में तिल का तेल बड़ा गुणकारी साबित होता है |

काले तिल में तांबा (Copper) होता है जो वास्तव में गठिया के लिए अच्छा होता है |

रोगमुक्त करने वाला काला तिल 

काले तिल कोलोन कैंसर (Colon Cancer) होने के खतरे को कम करता हैं | यह आप में प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) का निर्माण करता है ताकि आप का कैंसर से बचाव कर सकें।

काले तिल में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को बढ़ावा देने के लिए जस्त (Zinc) होता है |


समस्या: रक्त चाप, हृदय रोग, अस्थमा और माइग्रेन

समाधान: काले तिल (Magnesium) मैग्नीशियम से समृद्ध होते है |

मैग्नीशियम से भरपूर काले तिल के बीज उच्च रक्तचाप (Hypertension) को रोकते हैं और रक्तचाप को कम रखने में मदद करते हैं |

मैग्नीशियम की वजह से स्ट्रोक, हृदय रोग, माइग्रेन में भी मदद करता है |

मैग्नीशियम की वजह से अस्थमा में भी मदद करता है |


समस्या: कब्ज और अपचन 

समाधान: तिल में प्रचुर मात्रा में उच्च प्रती का फाइबर (fibre) होता है | यह एक रेचक के रूप में कार्य करता है |

फाइबर सामग्री आंतों (Intestine) को चिकना करती है और मल त्यागने में मदद करती है |


समस्या: उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षण | (Anti-Ageing Properties)

समाधान: काले तिल विटामिन बी और आयरन (लोह) से भरपूर होते हैं |

शरीर में विटामिन बी और आयरन (लोह) की कमी वाजहसे आदमी में जल्दी उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षण दिखाई देने लगते है | जैसे की याददाश्त कमजोर होना और सुनने की क्षमता में कमी आना |

काले तिल का सेवन उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षण को कम कर देता है क्यों की इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन बी और आयरन (लोह) होता है |


समस्या: कमजोर हड्डि (Bones) 

समाधान: काले तिल के बीज में भरपूर मात्रा में कैल्शियम (Calcium) और जस्त (Zinc) होता हैं | कैल्शियम (Calcium) और जस्त (Zinc) हमारी हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते है |


जिन बच्चों को दूध पसंद नहीं और जो दूध से परहेज करते हैं उनके लिए काले तिल का सेवन बड़ा फायदेमंद साबित होता है |

काले तिल में  कैल्शियम की प्रचुर मात्रा होती है और यह बच्चों में आवश्यक कैल्शियम की आपूर्ति करता है | कैल्शियम बच्चों में हड्डियों के विकास और कोशिकाओं के विकास, मस्तिष्क के विकास और उनके बुद्धि के विकास के लिए भी आवश्यक होता है |


तिल के बीज में बहुत सारे खनिज (Minerals) होते हैं और इसमें फाइटोस्टेरोल (Phytosterols) भी होता है |

फाइटोस्टेरोल (Phytosterols) का मतलब है कि इसमें ये फाइबर होते हैं जो कैंसर को रोकने में मदद करते हैं, कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं |

तिल आपके एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (Bad cholesterol) को कम करते हैं और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (Good cholesterol) को बढ़ाते है | जिसकी वजहसे दिल के दौरे (Heart Attack) से आप दूर रहते है | 

तिल का तेल के फायदे

तिल के तेल से शरीर की मालिश करने से मांस पेशिया बलवान होती है |

शरीर के त्वचा की झूरियां कम हो जाती है |

त्वचा संबंधी विकार कम हो जाते है |

यदी तिल के तेल में निम् की कुछ पत्तियां डाल के तेल को उबाल दिया जाये तो ऐसा तेल चर्म रोगों का नाश करने में सक्षम होता है |

जिनकी त्वचा ज्यादा शुष्क है वे सफ़ेद तिल के तेल को त्वचा पर लगाये, इससे फायदा होता है |

तिल का तेल वास्तव में त्वचा के लिए बहुत अच्छा है |

सफ़ेद तिल के फायदे 

आजकल खानपान की वजहसे और तनाव भरी जीवन शैली की वजहसे पुरुषों में मर्दाना कमजोरी आ जाती है | मर्दाना कमजोरी में सफ़ेद तिल का उपयोग काफी फायदेमंद है |

जिन व्यक्ती को शरीर में बार बार फोड़े फुंसी (boil snake), मुंहासे (Pimples) निकलते है, जिनकी त्वचा ज्यादा शुष्क रहती है उनके लिए सफ़ेद तिल का फायदेमंद है |

जिनको मुंहासे (Pimples) बार बार निकलते है वे सफ़ेद तिल का पेस्ट मुंहासे पर लगाये, इससे फायदा होता है |

जिनकी त्वचा ज्यादा शुष्क है वे सफ़ेद तिल के तेल को त्वचा पर लगाये, इससे फायदा होता है |

जिनको कब्ज की शिकायत रहती है, जिनकी पाचन शक्ती कमजोर होती है उनके लिए सफ़ेद तिल का सेवन फायदेमंद साबित होता है |

तिल सेवन के नुकसान

कौनसे लोगों के लिए तिल का सेवन अपाय कारक है यह भी हमें पता होना चाहिए |


पित्त प्रकृति के व्यक्ती के लिए तिल खाने से परेशानी हो सकती है | उनको दस्त लग सकते है और उनको शरीर पर खारिश हो सकती है |


जिन महिलाओंकों मासिक धर्म ज्यादा आता है उनके लिए सफेद तिल का सेवन नुकसान कारक है |


गर्भवस्था में तिल का सेवन नही करना चाहिए | गर्म प्रकृती का होने की वजह से गर्भवती महिलाओंके लिए तिल नुकसानकारक है |


जो व्यक्ती मोटे है उनके लिए सफ़ेद तिल नुकसानदायक है क्योंकी यह वजन बढ़ाता है |


महत्वपूर्ण सूचना: किसी भी पदार्थ का अतिसेवन शरीर के लिए घातक साबित होता है चाहे वे पदार्थ कितना भी गुणकारी क्यों न हो | 

तिल के बारेमें लोगों के प्रश्न 

लोगों के मन में सफ़ेद तिल, काला तिल और तिल तेल के फायदे के बारे में अनेक प्रश्न होते है | यहापर उन सवालों के आपके सुविधा के लिए संक्षिप्त में जवाब दीए गए है | 

Sesame Seeds in Hindi

काला तिल खाने से क्या फायदा होता है?

  • रक्त चाप, हृदय रोग, अस्थमा और माइग्रेन में गुणकारी |
  • सुखी खांसी, कफ, बलगम में आराम मिलता है |
  • भूख को बढाने का काम करता है |
  • महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द व अन्य परेशानियों में आराम देने का काम करता है |
  • बहुमूत्र की परेशानी दूर करता है |
  • बच्चोंमे रात को बिस्तर गिला करने की समस्या दूर करता है |
  • जोड़ों का दर्द व अर्थराइटिस की समस्या में काले तिल गुणकारी |
  • यह कोलन कैंसर से बचाने में भी मदद करता है |
  • यह रक्तचाप को कम करने में भी मदद करता है |
  • शरीर के कैल्शियम की कमी को पूरा करता है |
  • यह एक रेचक के रूप में कार्य करता है |
  • कब्ज और अपचन में यह लाभदायक है |
  • यह अनिद्रा में लाभदायक है |
  • कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं |
  • हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते है |
  • जोड़ों का दर्द व अर्थराइटिस की समस्या में काले तिल गुणकारी साबित होते है |
  • दात और मसूडे मजबूत होते है |

सफेद तिल खाने के क्या फायदे हैं?

  • मर्दाना कमजोरी सफ़ेद तिल दूर करता है |
  • फोड़े फुंसी (boil snake), मुंहासे (Pimples) और शुष्क त्वचा के लिए सफ़ेद तिल गुणकारी है | 
  • यह अनिद्रा में लाभदायक है।
  • हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है |
  • कब्ज में यह लाभदायक है ।
  • यह पाचन शक्ती को सुधारता है |
  • शरीर को बल देने का कार्य करता है |

तिल का तेल के क्या फायदे हैं?

  • तिल के तेल से शरीर की मालिश करने से मांस पेशिया बलवान होती है |
  • त्वचा की झूरियां कम हो जाती है |
  • त्वचा संबंधी विकार कम हो जाते है |
  • तेल शुष्क त्वचा पर लगाने से फायदा होता है |

तिल के तेल से मालिश करने से क्या होता है?

  • तिल के तेल से शरीर की मालिश करने से मांस पेशिया बलवान होती है |
  • अति शुष्क त्वचा की शिकायत दूर हो जाती है |
  • शरीर के त्वचा की झूरियां कम हो जाती है |

तिल का तेल चेहरे पर लगाने से क्या होता है?

  • फोड़े फुंसी (boil snake), मुंहासे (Pimples), दाने, ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या दूर करने में मदद करता है |
  • त्वचा की झूरियां कम हो जाती है |
  • शुष्क त्वचा की शिकायत दूर हो जाती है |
  • त्वचा के तैलीय चमक को रोकता है |

Sesame Seeds in Hindi

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